आखिर क्यों मनाया जाता है शरद पूर्णिमा का त्योहार ?

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आज कही जगहों पर शरद पूर्णिमा का त्योहार मनाया जा रहा है। आज के दिन चंद्रमा अपनी 16 कलाओं से युक्त होता है तथा धरती के बहुत निकट होता है। कहा जाता है कि इस के चलते चंद्रमा से कुछ ऐसे रासायनिक तत्व निकलते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत फलदायी होते हैं। वहीं आज के दिन मां लक्ष्मी का प्राकट्य दिवस भी होता है। लक्ष्मी माता को खीर बहुत पसंद है, इसलिए शरद पूर्णिमा के दिन लक्ष्मी माता को खीर का भोग लगाया जाता है। तत्पश्चात, खीर को चंद्रमा के प्रकाश में रखा जाता है, जिससे वो रासायनिक तत्व उसमें समाहित हो सकें। तत्पश्चात, प्रातः के वक़्त खीर को प्रसाद के तौर पर ग्रहण किया जाता है। आज शरद पूर्णिमा के पावन मौके पर जानिए चावल की स्वादिष्ट खीर बनाने का ऐसा तरीका, जो हर किसी को आपकी कुकिंग स्किल्स की प्रशंसा करने के लिए मजबूर कर देगा।

सामग्री:-
चावल 100 ग्राम, दूध 2 लीटर, चीनी स्वादानुसार, 1 बड़ा चम्मच, इलायची 4 पिसी हुई, काजू 8 से 10 कटे हुए, बादाम 8 से 10 बारीक कटे हुए, आधा कप कटे मखाने, चिरौंजी 1 बड़ा चम्मच।



विधि:-
सबसे पहले चावल को पानी से धोकर आधे घंटे के लिए भिगो दें। भिगोते वक़्त पानी अधिक न डालें। अब एक कुकर में घी डालें तथा इसमें दो इलायची का पाउडर डालें, दो इलायची का पाउडर बचा लें। फिर चावल डालें। थोड़ा पानी एवं थोड़ा दूध मिक्स करके डालें एवं कुकर बंद करके सीटी दो से तीन सीटी लगाएं जिससे चावल अच्छे से गल जाए। तत्पश्चात, कुकर ठंडा होने पर खोल दें। अब इसे फिर से गैस पर रखें तथा दूध डालें। इसके बाद चमचे से चलाते रहें तथा जब खीर उबलने लगे तो गैस को मध्यम आंच पर कर दें। आहिस्ता-आहिस्ता उबलने दें तथा बीच बीच में चलाते रहें। आपको इस प्रकार से चलाना है कि चावल खीर में घुल जाए, साबुत न रहे। जब खीर में गाढ़ापन आने लगे तो गैस बंद कर दें तथा इसमें कटे हुए मेवा डाल दें तथा गैस को बंद कर दें। इसके पश्चात् आप स्वादानुसार चीनी डालें। तैयार है आपकी खीर। अब इस खीर को आप एक बर्तन में निकाल लें।

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