द केरला स्टोरी का विरोध करना संविधान का अनादर : कंगना रनौत

देश, बाॅलीवुड़

'द केरला स्टोरी' (The Kerala Story) पर छिड़ी जंग के बीच बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने कहा है कि सेंसर बोर्ड की ओर से समीप फिल्म का विरोध करना संविधान का अनादर है। उन्होंने बोला कि लोगों को बॉलीवुड सिनेमा जगत से शिकायत रहती है। पर्दे पर फिल्म आने के पश्चात् लोगों की शिकायतें दूर हो जाती हैं। द केरल स्टोरी पर प्रतिबंध लगाने की मांग को कंगना रनौत ने संविधान का अपमान बताया। उन्होंने कहा कि सेंसर बोर्ड से फिल्म को मान्यता प्राप्त होने पर विरोध करना ठीक नहीं है।

 

धार्मिक यात्रा पर उत्तराखंड आई कंगना रनौत का हरिद्वार (Haridwar) पहुंचने पर उत्साह देखने को मिला। उन्होंने दक्षिण काली मंदिर में पूजा अर्चना कर निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि का आशीर्वाद लिया। उन्होंने कहा कि पिछली बार मौसम खराब होने की वजह से केदारनाथ एवं बद्रीनाथ का दर्शन नहीं हो पाया था। दोबारा बद्रीनाथ एवं केदारनाथ के दर्शन करने आई हूं। प्रार्थना करती हूं कि इस बार शिव जी के दर्शन हो सके। कंगना रनौत ने कहा कि हरिद्वार आकर पुण्य कमाने का अवसर प्राप्त होता है।

 

निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी ने कहा कि बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने हरिद्वार की सिद्ध पीठ दक्षिण काली मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की। उन्होंने बोला कि सितारों के पास समय नहीं होता लेकिन कंगना रनौत ने सनातन परंपरा के लिए समय निकाला है। सनातन परंपरा की बात कंगना रनौत बिना डरे बोलती हैं। उनके फॉलोवर लाखों करोड़ों में हैं।

Back to Top