पीएसबी ने 5 लाख करोड़ रुपये ऋण मंजूर किए, अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटने को तैयार : सीतारमण

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वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था कोरोनावायरस महामारी के कारण आए हाल के संकट से उबरने के लिए तैयार है, क्योंकि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने मात्र दो महीनों, मार्च और अप्रैल में 41 लाख से अधिक खातों को 5.6 लाख करोड़ रुपये के ऋण मंजूर किए हैं। सीतारमण के कार्यालय ने एक ट्वीट में कहा कि ऋण लेने वालों में एमएसएमई, रिटेलर्स, किसान और कॉरपोरेट शामिल हैं और ऋण राशि लॉकडाउन समाप्त होने के बाद वितरित कर दी जाएगी।

ट्वीट में कहा गया है, "मार्च-अप्रैल 2020 के दौरान पीएसबी ने 41.81 लाख खातों के लिए 5.66 लाख करोड़ रुपये मूल्य के ऋण मंजूर किए हैं। ये ऋण लेने वाले एमएसएमई, रिटेल, कृषि और कॉरपोरेट सेक्टर से हैं, और लॉकडाउन समाप्त होने के बाद ऋण राशि के वितरित होने का इंतजार कर रहे हैं। अर्थव्यवस्था सुधरने के लिए तैयार है।"

ट्वीट की एक श्रंखला में सीतारमण के कार्यालय ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों द्वारा दिए गए ऋण और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा स्वीकृत ऋण मोरेटोरियम के संदर्भ में जानकारी दी है।

एक अन्य ट्वीट में कहा गया है कि एमएसएमई और अन्य के लिए पूर्व स्वीकृत आपात क्रेडिट लाइंस और कार्यकारी पूंजी संवर्धन को सरकारी बैंक प्राथमिकता दे रहे हैं।

वित्तमंत्री ने कहा कि यह एक तरह से कार्य प्रगति पर है और 20 मार्च से 27 लाख उपभोक्ताओं ने संपर्क किया और ऋण के 2.37 लाख मामलों के लिए 26,500 करोड़ रुपये के ऋण स्वीकृत किए गए हैं।

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