भारत का औसत वार्षिक विकास दर 7.5 प्रतिशत बढ़ा : गवर्नर शक्तिकांत दास

व्यापार

रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि भारत ने निर्णायक कदम उठाकर तीव्र आर्थिक विकास के लिए मजबूत नींव रखा है। दास ने कहा कि भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के वर्श 2019-20 में 7.2 प्रतिशत की दर से बढऩे का अनुमान है। भारत का हाल के वर्षाें में औसत वार्षिक विकास दर 7.5 प्रतिशत रही है और यह दुनिया में सबसे तेजी से बढऩे वाली अर्थव्यवस्था है।

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की बैठक 

रिजर्व बैंक के गवर्नर ने शुक्रवार को यहां अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की बैठक में कहा कि महंगाई अभी भी लक्षित दायरे में है। अक्टूबर 2016 से लेकर फरवरी 2019 तक महंगाई की औसत दर 3.6 प्रतिशत रही है। वर्ष 2018-19 में चालू खाता घाटा के जीडीपी के 2.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है और सकल राजस्व घाटा के बजट के लक्षित दायरे में रहने की संभावना है।

दास ने तीन बड़ी चुनौतियां भी गिनायी

जानकारी के अनुसार दास ने कहा कि मजबूत नींव, बड़ा विदेशी मुद्रा भंडार, बैंकिंग तंत्र में पूंजी और सशक्त वृहद आर्थिक नीतियां भारत को वैश्विक स्तर पर होने वाले उतार चढ़ाव को झेलने की क्षमता देती है। उन्होंने उभरती हुयी अर्थव्यवस्थाओं के लिए चालू वर्ष तीन बड़ी चुनौतियां भी गिनायी। इन देशों के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती वैश्विक विकास और व्यापार में शिथिलता, व्यापार तनाव और ब्रिक्जिट को लेकर बनी आशंकायें विकास पर काले बादल की तरह छाये हुये हैं।

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