चुनाव नतीजों से पहले ही फूलों की बढ़ी मांग

व्यापार

चुनाव नतीजे आने के पहले ही फूलों और मालाओं की बिक्री में जबरदस्त इजाफा हुआ है। दिल्ली के फूल मंडी में पार्टी कार्यकर्ता भारी मात्रा में फूलो का ऑडर दे रहे है, सबसे ज्यादा डिमांड गुलाब के गुलदस्ते की की गई है। 23 मई को वोटों गिनती होगी,जिसके बाद ये तय हो जाएगा कि देश का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा, लेकिन उससे पहले दिल्ली का फूल बाजार में चहलकदमी बढ़ गई है।

गेंदे और गुलाब के फूलों की मांग बढ़ी
जानकारी के मुताबिक ग्राहकों से ज्यादा राजनीतिक पार्ट के कार्यकर्ता ऑडर देने के लिए पहुच रहे है। मंडी में गेंदे और गुलाब के फूलों की मांग बढ़ी है। नोटबंदी की मार झेल रहे कारोबारी फूलों की बिक्री बढ़ने से खुश हैं। चुनावी नतीजो को ज्यादा प्रभावी बनाने के लिए राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों के कार्यकर्ता ज्यादा से ज्यादा फूलों का इस्तेमाल करने में जुट गए है। प्रत्याशियों के जीत के स्वागत के लिए पार्टी समर्थक भी भारी मात्रा में फूलों की खरीदारी कर रहे हैं और आर्डर दे रहे हैं।

नोटबंदी के बाद से कारोबारियों की हालत खस्ताहाल
इसी के साथ गाजीपुर फूल मंडी में गेंदे और गुलाब के फूल बेचने वाले कारोबारी ने बताया कि नोटबंदी के बाद से कारोबारियों की हालत खस्ताहाल थी लेकिन अब वोटिंग के नतीजो के कारण पिछले करीब 10 दिन से मंडी में गेंदे और गुलाब के फूलों की बिक्री करीब 50 प्रतिशत बढ़ी है। चुनाव के नतीजे आने से पहले ही फूलों के गुच्छों के आर्डर बहुत ज्यादा मिल रहे है। डिमांड पर फूलों की करीब सात फीट लंबी मालाओं की बिक्री भी बढ़ी है। गाजीपुर फूल मंडी में 6-7 फीट लंबी गेंदे और गुलाब की मालाओं को 1400-1500 रुपये में बेचा जा रहा है।

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