ट्रैफिक सूबेदार का ट्रांसफर रूकवाने फिर भिड़े भाजपा के बल्लामार विधायक

मध्यप्रदेश

प्रदेश की कांग्रेस सरकार सत्ता के मद में निरंकुश हो गयी है। नियमानुसार काम करने वालों का प्रदेश में ट्रांसफर किया जा रहा है और कांग्रेस से जुड़े नेता अपराधियों की मदद कर रहे हैं, इसीलिए प्रदेश में अपराध बढ़ते जा रहे है। ये कहना है भाजपा के बल्लामार विधायक आकाश विजयवर्गीय का,जो इंदौर में पदस्थ सूबेदार के ट्रांसफर को रुकवाने की अपील करने कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे। उन्होंने राज्यपाल के नाम का ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा है।

विवाद के चलते ट्रांसफर
दरअसल इंदौर में बीते दिनों मंत्री सज्जनसिंह वर्मा के भतीजे अभय वर्मा का ट्रैफिक सूबेदार सोनू वाजपेयी से उस समय विवाद हुआ था जब सूबेदार सोनू ने अभय वर्मा के मोबाइल पर बात करते हुए वाहन चलाने के खिलाफ चलानी कार्रवाई की थी। तब अभय वर्मा ने सूबेदार को ट्रांसफर की चेतावनी दी थी और अब सूबेदार सोनू वाजपेयी को ट्रांसफर आदेश मिल चुका है। सोनू को इंदौर में साल भर भी नहीं हुआ और अमूमन तीन साल के बाद ही ट्रांसफर किया जाता है लेकिन सोनू के सालभर के अंदर ही हुए ट्रांसफर को विवाद के बदले के रूप में देखा जा रहा है।

भाजपा कार्यकर्ताओं ने की कलेक्टर कार्यालय पर जमकर नारेबाजी
सूबेदार सोनू के ट्रांसफर को रुकवाने के लिए विधायक आकाश विजयवर्गीय और रमेश मेंदोला के नेतृत्व में आज बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता कलेक्टर कार्यालय पर जुटे और जमकर नारेबाजी की। राज्यपाल के नाम का ज्ञापन कलेक्टर को सौंपकर सूबेदार के ट्रांसफर को रोकने के साथ अपराधों पर अंकुश लगाने की अपील भी की गई। विरोध करने पहुंचे दोनों ही विधायकों ने कांग्रेस सरकार पर जमकर कटाक्ष किया और सरकार के मंत्रियों और नेताओं पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप भी लगाया।

 

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