आचार संहिता के बाद भी नहीं माने, एक महीने में करोड़ों की शराब जब्त

मध्यप्रदेश

लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के बाद से ही शहर और जिले की सीमाओं पर चेकिंग के लिए नाके बनाए गए हैं। यहां पर 24 घंटे आने और जाने वाले वाहनों की जांच की जा रही है। इसके बाद भी जिले से बड़ी मात्रा में गुजरात अवैध शराब का परिवहन हो रहा है। आचार संहिता लागू होने के बाद एक माह में आबकारी विभाग ने एक करोड़ के करीब की अवैध शराब जब्त की है। इसमें लाखों रुपये की गुजरात भेजी जाने वाली अवैध शराब भी शामिल है।

लोकसभा चुनावी की सख्ती के बाद भी चोरी-छुपे अवैध शराब गुजरात भेजी जा रही है। इसका राजफाश विगत दिनों आबकारी विभाग और पुलिस की कार्रवाई में हुआ। जिले में भी लोकसभा चुनाव के दौरान अवैध शराब के परिवहन और बिक्री की सैकड़ों कार्रवाई की जा चुकी है। 16 मार्च से 16 अप्रैल तक आबकारी विभाग ने विभिन्न स्थानों पर कार्रवाई कर करोड़ों की अवैध शराब जब्त की गई है।

इसमें 32 लाख रुपये की 12500 लीटर विदेशी शराब पकड़ी गई। 43 लाख रुपये की 43000 लीटर महुआ शराब भी जब्त की गई है। विभिन्न कार्रवाई के दौरान 26 दोपहिया और तीन चार पहिया वाहन भी शराब के अवैध परिवहन में जब्त किए गए। इनका अनुमानित बाजार मूल्य 32 लाख रुपये है।

इंदौर जिले में बने 21 नाके

लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के साथ ही जिले और सीमावर्ती क्षेत्रों में 21 नाके बनाए गए हैं। सभी नाकों पर एसएसटी के दल तैनात किए गए हैं, जो वाहनों की जांच कर रहे हैं। चुनाव के चलते इंदौर सहित आसपास के जिलों की पुलिस भी अलर्ट पर है। आबकारी विभाग की विभिन्न टीमें भी लगातार जांच कर रही है। इसके बावजूद शराब तस्कर अवैध रूप से चोरी-छुपे शराब का परिवहन करने में जुटे हैं

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