जिला अस्पताल में निजी वाहन चालक सक्रिय, पीड़ित परिवारों से ऐंठ रहे पैसे

छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ : जिला अस्पताल में मौत के बाद शव को घर तक पहुंचाने शासन द्वारा चलाई जा रही मुक्तांजलि वाहन की सुविधा दी जा रही है, लेकिन इस योजना को पलीता लगाया जा रहा है। जिला अस्पताल में निजी वाहन चालक सक्रिय हैं जो लोगों को भ्रमित कर शव को घर तक पहुंचाने परिजनों से पैसे वसूल रही है।

दलाल ने पीड़ित परिवार को दी गलत श्रद्धांजली
बता दें कि कोरकोमा में एक युवती ने जहर सेवन कर अपनी जान दे दी थी और परिजन आर्थिक रूप से कमजोर हैं। शव को घर तक ले जाने उनके पास कोई साधन नहीं थे। ऐसे में निजी वाहन चालक के दलाल सक्रिय नजर आए। दलाल ने मृत परिवार के परिजनों को मुक्तांजलि वाहन की सुविधा नहीं मिलने की गलत जानकारी दी और खुद के वाहन में घर तक पहुंचाने के लिए 900 रूपये में भाड़ा तय किया। यही नहीं बल्कि पीड़ित परिवार से 200 रूपये एडवांस भी ले लिया।

पीड़ित परिवार से दलाल ने ऐंठे पैसे
जब इसके बाद पीड़ित परिवार को मुक्तांजलि वाहन की सुविधा मिलने की जानकारी मिली तो उन्होंने निजी वाहन से पैसे मांगे। निजी वाहन वाले ने उस पैसे से अपने वाहन में डीजल जला देने की बात कह कर पैसे देने से इंकार कर गया। यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी गरीब परिवार की जेब में डाका डाला जा चुका है, लेकिन बार-बार हो रहे इस तरह के दलाली पर आखिर किसकी छत्रछाया है, इस बात पर कई सवाल खड़े होते हैं।

 

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