कोविड नियंत्रण कार्यों के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं - स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी

मध्यप्रदेश

स्वास्थ्य मंत्री ने उज्जैन में ली कोविड समीक्षा बैठक 

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने उज्जैन में कोरोना नियंत्रण के लिये किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिले में कोविड नियंत्रण के प्रभावी कार्यों का सकारात्मक परिणाम सामने नजर आ रहा है। यहाँ पर अन्य जिलों की अपेक्षा किल कोरोना अभियान का दो बार सर्वेक्षण हो चुका है। उन्होंने कहा कि जिले में ग्रामीण क्षेत्र में ऑक्सीजन बेड बढ़ाने को लेकर अच्छा कार्य हुआ है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने निर्देश दिये हैं कि राज्य शासन द्वारा चलाई जा रही मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये, जिससे योजना का लाभ गरीबों को मिल सकें।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कोविड-19 की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि कोरोना चेन को तोड़ने के लिए गंभीरता से निरंतर प्रयास किये जाने होंगे। उन्होंने कहा कि जितनी जल्दी कोरोना संक्रमण में कमी आयेगी, उतनी ही जल्दी आम गतिविधियों को भी खोला जा सकेगा।

उज्जैन के कोविड प्रभारी, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने जिले में किये जा रहे कोविड नियंत्रण कार्यों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से उज्जैन शहर में पीटीएस एवं प्रशांति गार्डन में कोविड केयर सेन्टर संचालित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिले में अप्रैल माह में जहाँ कुल बेड की क्षमता 443 थी, वहीं आज की स्थिति में प्रायवेट एवं सरकारी अस्पतालों को मिलाकर जिले में 2582 कोविड बेड उपलब्ध हैं।

कोविड केयर सेन्टर का निरीक्षण किया

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कोविड केयर सेन्टरों का निरीक्षण किया और सेन्टरों की व्यवस्था का जायजा लिया। कोविड कमांड सेंटर पहुँचकर होम आईसोलेट मरीज से वीडियो कॉल से चर्चा कर उनके स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी ली।

कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने बताया कि जिले में शासकीय क्षेत्र में उज्जैन शहर में 3 कोविड हॉस्पिटल और ग्रामीण क्षेत्र में 11 कोविड हॉस्पिटल संचालित हैं। इसी तरह निजी क्षेत्र में उज्जैन शहर में 13 एवं ग्रामीण क्षेत्र में 5 कोविड हॉस्पिटल चल रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा 16 फीवर क्लीनिक, 15 कोविड सहायता केन्द्र संचालित किये जा रहे हैं।

बैठक में किल-कोरोना अभियान की जानकारी दी गई। बताया गया कि ग्रामीण क्षेत्र में 14 लाख 45 हजार 852 व्यक्तियों का सर्वे करने का लक्ष्य निर्धारित था। इसमें से 14 लाख 33 हजार 136 व्यक्तियों तक 1470 सर्वे टीम द्वारा सर्वे किया गया तथा 8 हजार 81 सस्पेक्टेड चिन्हित किये गये। इन सभी को कोरोना किट वितरित कर दी गई है। सर्वे के दौरान ग्रामीण क्षेत्र में 224 पॉजिटिव कोरोना मरीजों की पहचान की गई। आयुष्मान भारत योजना के तहत जिले में कुल 17 अस्पताल इंपैनल्ड किये गये गये हैं। जिले में अब तक 6 लाख 47 हजार 888 व्यक्तियों के आयुष्मान कार्ड बना दिये गये हैं। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री सत्येन्द्र कुमार शुक्ल ने कोरोनाकाल की पुलिस व्यवस्थाओं की जानकारी दी।

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