महाराष्ट्र के उद्योग और रोजगार बंगाल ले जाना चाहती हैं ममता बनर्जी

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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बीते मंगलवार को मुंबई आई थीं। यहाँ उन्होंने अपने दो दिनों के दौरे में उद्योगपतियों की बैठक बुलाई। इस बैठक के दौरान उन्होंने उन्हें बंगाल आने का निमंत्रण दिया। यह जानने के बाद महाराष्ट्र बीजेपी की ओर से आलोचनाएं की गई थीं। जी दरअसल विधायक आशिष शेलार ने कहा था कि 'वे एक साजिश के तहत मुंबई आई हैं और इस साजिश में शिवसेना उनका साथ दे रही है। वे उद्योगपतियों से मिल कर महाराष्ट्र के उद्योग और रोजगार बंगाल ले जाना चाहती हैं।' अब उनके इस बयान का जवाब आज (5 दिसंबर, रविवार) शिवसेना के मुखपत्र सामना में सांसद संजय राउत ने अपने लेख के माध्यम से दिया है।

 

दरअसल आज संजय राउत ने अपने सामना के लेख में लिखा है, 'महाराष्ट्र बीजेपी से सवाल किया है कि, ‘मुंबई आकर उद्योगपतियों से मिलने में क्या गलत है? मुंबई देश की औद्योगिक और आर्थिक राजधानी है। देश की तिजोरी में सवा दो लाख करोड़ रुपए का योगदान अकेले मुंबई शहर करता है। इसे भुलाया नहीं जा सकता कि मुंबई देश का पेट भरती है। ममता बनर्जी के मुंबई दौरे को लेकर टिप्पणी करनेवाला भाजपा नेतृत्व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की मुंबई की हलचलों को लेकर आपत्ति उठाने को तैयार क्यों नहीं है?'

 

 

 

आगे उन्होंने यह सवाल किया कि, 'ममता बनर्जी के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल अपना आधा मंत्रिमंडल लेकर मुंबई आए। `वाइब्रेंट गुजरात’ के लिए मुंबई के उद्योगपतियों को गुजरात आने का न्योता देने के लिए वे आए। आत्मनिर्भर गुजरात बनाने के लिए उन्हें मुंबई के उद्योगपतियों की सहायता चाहिए। मतलब गुजरात का औद्योगिक विकास और अर्थव्यवस्था मुंबई पर निर्भर है। श्री पटेल का मुंबई आकर उद्योगपतियों से मुलाकात में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन ममता दीदी उद्योगपतियों से मिलती हैं तो क्या दिक्कत है?' इसी के साथ उन्होंने आगे लिखा, 'योगी आदित्यनाथ तो फिल्म इंडस्ट्री को मुंबई से लखनऊ ले जाने आए थे। इस पर भी भाजपा ने कोई आपत्ति नहीं जताई। मुंबई का अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय केंद्र रातों-रात अहमदाबाद खींच लिया गया। भाजपा ने इस लूट पर भी कोई टिप्पणी नहीं की। फिर ममता बनर्जी की मुंबई यात्रा पर बवाल क्यों?'

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