राम नवमी पर अयोध्या में श्री रामलला के दर्शन के लिए 20 घंटे खुले रहेंगे कपाट, ट्रस्ट ने की ये अपील

उत्तर प्रदेश, देश

500 सालों के संघर्ष के बाद अयोध्या में प्रभु श्रीराम अपने भव्य, दिव्य और नव्य मंदिर में विराजमान हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों से श्रीराम के विगृह की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद रामभक्तों के लिए दर्शन के लिए मंदिर के द्वार खोले दिये गए हैं। 22 जनवरी के बाद हर दिन लाखों लोग अपने आराध्य राम जी के दर्शन के लिए श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं। मंदिर भी अपना भव्य रूप दिन प्रति दिन ले रहा है। 500 साल बाद इस बार की रामनवमी ऐसी है, जब खुद प्रभु राम श्रीराम अपने घर विराजमान हुए हैं। इस दिन लोग उनके दर्शन के लिए आतुर देख रहे हैं। रामभक्त लाखों की संख्या में अयोध्या पहुंच सकते हैं, इसको देखते हुए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने कड़ी तैयारियां एक बैठक हुई। बैठक में फैसला लिया गया है कि रामनवमी के दिन मंदिर का पट 20 घंटे के लिए खुला रहा रहेगा।

श्रीराम जमोत्सव और रामनवमी को लेकर मंदिर के ट्रस्ट ने अयोध्या के मणिराम छावनी में बैकठ की। बैठक में रामनवमी की तैयारियों को लेकर और भक्तों की सुभल दर्शन को लेकर मंथन हुआ। लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए ट्रस्ट के महासचिव ने चंपत रॉय ने कहा कि रामनवमी वाले दिन 20 घंटे मंदिर खुलेगा। भारी भीड़ को देखते हुए जगहों-जगहों पर LED स्क्रीन की लगाई जाएंगी, ताकि लोग राम लला के आराम से दर्शन कर सकें। अभी तक मंदिर में चार लाइन लगती थीं, मगर उस दिन ट्रैक में दर्शन की व्‍यवस्‍था को बढ़ाकर 7 होंगी।

चंपत राय ने कहा कि प्रभु रामलला के जन्‍मोत्‍सव कार्यक्रम का प्रसारण प्रसार भारती आयोजित होगा। इसके लिए प्रसार भारती ने सहमति भी दे रही है। भीड़ को देखते हुए पूरे शहर में 100 स्‍थानों पर एलईडी लगाई जाएगी। राम नवमी के प्रमुख तीन दिनों 15 अप्रैल से 17 अप्रैल तक मंदिर से विड़ला मंदिर तक जोड़ने वाले रास्‍ते को टेंट से कवर किया जाएगा। मंदिर के रास्तों में कारपेट बिछाया जाएगा। 50 जगहों पर पेयजल की व्यवस्था की जाएगी। गर्म को देखते हुए श्रद्धालुओं को डायरिया व डिहाइड्रेशन से बचने के लिए ओआरएस के पाउडर के पैकेट की भी व्यवस्था की गई है। विश्राम स्थल की भी व्‍यवस्‍था की जाएगी।

ट्रस्ट के महासचिव ने कहा कि इस दिन की भीड़ को देखते हुए ट्रस्ट राम श्रद्धालुओं से अपील कर रहा है कि वे अपने पड़ोस के मंदिरों में प्रभु राम का जन्‍मोत्‍सव मनाएं। अयोध्या इतना बड़ा शहर नहीं है। बड़ी समस्‍याएं इस दौरान पैदा हो सकती है, इससे बचने की जरूरत है। इस बैठक में महासचिव चंपतराय कोषाध्‍यक्ष गोंविद देव गिरि महंत दिनेंद्र दास डा अनिल मिश्र ,जगदगुरू विश्‍व प्रसंन्‍नातीर्थ ,विमलेंद्र मोहन मिश्र ,केंद्रीय गृह सचिव प्रशांत लोखंडे,डीएम नितीश कुमार महंत कमल नयन दास व गोपाल राव मौजूद रहे। अध्यक्षता ट्रस्‍ट के अध्‍यक्ष महंत नृत्‍य गोपाल दास ने की।

 

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