देश में कई राज्यों में पीक पर पहुंचने के बाद अब केसों में कमी!

देश

देश इस समय कोविड की दूसरी लहर का सामना करना पड़ रहा है। कई राज्यों में पीक पर पहुंचने के बाद अब केसों में कमी देखने को मिली है। ये कमी राजधानी दिल्ली के केसों में भी आई है।

24 घंटे में सामने आए इतने मामले: जंहा इस बात का पता चला है कि पिछले 24 घंटे की बात करें तो दिल्ली में रविवार को कोविड के 13,336 नए केस सामने आए और 273 लोगों की जान जा चुकी है। जिसके साथ ही कोविड को हराते हुए अस्पताल से डिसचार्ज होने वाले मरीजों का आंकड़ा 14,738 आया।

कोरोना कहर : ममता ने पीएम मोदी से की ऑक्सीजन, दवाओं पर टैक्स छूट की मांग

कुल मामले: 13,23,567

कुल मृत्यु: 19,344

कुल डिस्चार्ज: 12,17,991

सक्रिय मामले: 86,232

वहीँ ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि दिल्ली में कोविड का प्रकोप कम होता नज़र आ रहा है। हालांकि अगर इस दौरान लापरवाही हुई तो कोविड को तीसरी लहर का राजधानी को सामना करना पडे़गा।
0000000000000000

महाराष्ट्र में कोरोना का रौद्र रूप, वैक्सीन की लगातार किल्लत!

देश में कोरोना के भयानक रूप के बीच वैक्सीनेशन की प्रक्रिया तो चल रही है लेकिन वैक्सीन की किल्लत अभी भी लगातार देखी जा रही है। कई राज्यों में कोरोना के मामले ज्यादा आ रहे हैं वहीं वैक्सीन की कमी भी बनी हुई है। महाराष्ट्र में कोरोना का रौद्र रूप देखा जा सकता है। वहां लोगों की सांसें थम रही हैं। लेकिन वैक्सीन की किल्लत है कि कम नहीं हो रही है। मुंबई की मेयर ने भी राजधानी में वैक्सीन की कमी पर बयान दिया है। देश में जिस तरह से वैक्सीन आ रही है वो बहुत कम है। महाराष्ट्र सरकार को जो वैक्सीन दी जाती है उसमें मुंबई के लिए ज़्यादा वैक्सीन दी जाती है लेकिन वो वैक्सीन भी कम पड़ रही है। हमें वैक्सीन उपलब्ध होती है तो हम 24 घंटे 3 शिफ्ट में काम करके वैक्सीनेशन पूरा कर सकते हैं।

मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा है कि देश में जिस तरह से वैक्सीन आ रही है वो बहुत कम है। महाराष्ट्र सरकार को जो वैक्सीन दी जाती है उसमें मुंबई के लिए ज़्यादा वैक्सीन दी जाती है लेकिन वो वैक्सीन भी कम पड़ रही है। हमें वैक्सीन उपलब्ध होती है तो हम 24 घंटे 3 शिफ्ट में काम करके वैक्सीनेशन पूरा कर सकते हैं।

राज्य में लगातार कोरोना का कहर जारी है। कोरोना के मामलों में महाराष्ट्र सबसे ऊपर चल रहा है। वहीं मुंबई, पुणे, नागपुर, अमरावती सहित कई जिलों में बडी़ तेजी से मामले बढ़ रहे हैं।

Back to Top