बिहार में जहरीली शराब से मरने वालों की बढ़ रही संख्या, क्या है वजह?

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बिहार के गोपालगंज और पश्चिमी चंपारण के जिलों में बीते दो दिनों में ज़हरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहाँ बीते गुरुवार को चंपारण के गांव बेतिया में 8 लोग मारे गए, वहीं गोपालगंज में 16 लोगों के मारे जाने की खबर है। इसी के साथ यह भी बताया जा रहा है कि दोनों ही ज़िलों के प्रशासन ने मौत की वजह की पुष्टि नहीं की है। बीते 10 दिनों में उत्तरी बिहार में शराब पीने से मौत की यह तीसरी घटना है। आपको बता दें कि इस मौके पर बिहार के मंत्री जनक राम ने गोपालगंज का दौरा किया। ऐसे में उन्होंने एक बयान देते हुए कहा, “मैंने उन लोगों के घरों का दौरा किया है जिनकी कथित तौर पर नकली शराब पीने से मौत हुई थी। यह एनडीए सरकार को बदनाम करने की साजिश हो सकती है।”

इसी के साथ पुलिस का कहना है कुछ लोगों का उनके परिवार वालों ने अंतिम संस्कार कर दिया है। बताया जा रहा है बीते गुरुवार को इलाज के दौरान चार लोगों की मौत हो गई और दो लोगों ने अस्पताल ले जाते समय ही दम तोड़ दिया। वहीं दूसरी तरफ गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार ने कहा है कि, 'पिछले दो दिनों में जिले के मुहम्मदपुर गांव में कुछ लोगों की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई है। जब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आ जाती, मौत के कारणों की पुष्टि नहीं की जा सकती। फिलहाल तीन टीमें इस मामले की जांच कर रही हैं।'


आपको यह भी बता दें कि बीते मंगलवार से बुधवार के दिन के बीच पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं इस मामले में 20 से ज़्यादा लोग अनुसूचित जाति के थे, जिन्होंने कथित तौर पर इलाके के स्थानीय व्यापारियों द्वारा बेची जा रही नकली शराब पी थी। इन सभी की पहचान कर ली गई है। हालाँकि चंपारण के प्रशासन ने अभी मौत की वजह की पुष्टि नहीं की है। यह भी खबरें हैं कि इस साल जनवरी से 31 अक्टूबर तक, नकली शराब पीने से नवादा, पश्चिमी चंपारण, मुज़फ्परपुर, सीवान और रोहतास जिलों के करीब 70 लोगों की मौत हो गई है और कई लोग अंधे हो गए।

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