विश्‍व धरोहर में शामिल हुआ गुजरात का हड़प्पा शहर धोलावीरा

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यूनेस्को विश्व धरोहर समिति के 44 वें सत्र के पश्चात् गुजरात के हड़प्पा शहर धोलावीरा को यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज की सूची में सम्मिलित कर लिया गया है। इसी के साथ यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज की सूची में भारत का एक और शहर सम्मिलित हो गया है। यह घोषणा यूनेस्को ने मंगलवार को की। गुजरात में इससे पूर्व तक तीन विश्व धरोहर स्थल थे। पावागढ़ के समीप चंपानेर, पाटन में रानी की वाव तथा अहमदाबाद। ऐसे में अब धोलावीरा के यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज की सूची में सम्मिलित होने के पश्चात् गुजरात में 4 विश्व धरोहर स्थल हो गए हैं।

वही केंद्रीय पर्यटन मंत्री जीके रेड ने इस पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, गुजरात के कच्छ के रण में धोलावीरा, हड़प्पा शहर को यूनेस्को ने विश्व धरोहर का दर्जा दिया है। ये भारत की टोपी में एक और पंख जैसा है क्योंकि यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज की सूची में अब इंडिया के 40 स्थल सम्मिलित हो गए हैं। 2014 से, भारत के 10 नए विश्व धरोहर स्थल इस सूची में जोड़े गए हैं।

दरअसल वर्ल्ड हेरिटेज कमेटी 21 प्रदेशों की प्रतिनिधियों से बनी है। यह समिति बताती है विश्व हेरिटेज में कौन सा शहर सम्मिलित होगा। अब तक 167 देशों की साइडों को वर्ल्ड हेरिटेज सूची में अंकित किया गया है। इससे पूर्व मई में एमपी के दो पर्यटन स्थल को विश्व धरोहर की लिस्ट में सम्मिलित कर लिया गया था। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की संस्था, एएसआई ने यूनेस्को विश्व धरोहर की संभावित सूची में सम्मिलित करने के लिए नौ पर्यटन स्थलों का नाम भेजा था, जिनमें से छह स्थानों को संभावित सूची में सम्मिलित कर लिया गया है। इनमें नर्मदा घाटी पर बना भेड़ाघाट-लम्हेटाघाट तथा सतपुड़ा टाइगर रिजर्व सम्मिलित है।

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