किसानों को उन्नत तकनीकी के साथ औषधीय खेती के लिए प्रोत्साहित करें : मंत्री डॉ. मिश्रा

मध्यप्रदेश

दतिया में 12 वर्षो के अंदर कृषि उत्पादन में हुई बढ़ोत्तरी 

गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने किसानों से कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र के माध्यम से कृषि की उन्नत एवं आधुनिक तकनीकी की जानकारी प्राप्त करें। कृषि विज्ञान केन्द्र की भी जबावदारी है कि केन्द्र के कृषि वैज्ञानिक एवं अधिकारी गाँव-गाँव में जाकर किसानों को परम्परागत फसलों के साथ औषधीय पौधों की खेती के रूप में सफेद मूसली, अश्वगंधा एवं मशरूम आदि फसले लेने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करें, जिससे खेती लाभ का धंधा बन सके।

गृह मंत्री डॉ. मिश्रा शनिवार को कृषि विज्ञान केन्द्र दतिया में अनुसूचित जाति उपयोजना के तहत् किसान संगोष्ठी एवं बीज भण्ड़ार के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। गृह मंत्री ने इस मौके पर कृषकों का सम्मान कर कृषि उपकरण प्रदाय किए।

गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि 12 वर्ष पूर्व दतिया कृषि उपज मंडी में गेंहूँ दो हजार क्विंटल आता था जो अब बड़कर 50 हजार क्विंटल हो गया है। जबकि धान की आवक 60 से 70 हजार क्विंटल हो गई है। इसके पीछे कृषि की आधुनिक पद्धति के साथ किसानों की मेहनत एवं कृषि वैज्ञानिकों की सलाह रही है। उन्होंने कहा कि कृषि अनुसंधान परिषद के वैज्ञानिकों की टीम द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र के कार्यों का मूल्यांकन कर उत्कृष्ट पाए जाने पर दतिया का केन्द्र देश में प्रथम स्थान पर रहा है। यह केन्द्र मध्यप्रदेश के सबसे अच्छे केन्द्रों में से एक है।

मंत्री डॉ. मिश्रा ने कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों एवं अधिकारियों से कहा कि किसानों को केन्द्र पर प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन देने के साथ गांव-गांव में जाकर शिविर एवं संगोष्ठियों के माध्यम से कम लागत में अधिक उत्पादन लेने तथा किसानों की आय दोगुनी करने तथा खेती लाभ का धंधा बने इसके लिए कृषकों को जानकारी देनी होगी। उन्होंने कहा कि कृषकों को परम्परागत फसलों के साथ फलोद्यान, फ्लोरीकल्चर, औषधीय पौधों की खेती के रूप में सफेद मूसली, अश्वगंधा की खेती लेने के लिए भी प्रेरित करना होगा। औषधीय खेती की मांग को देखते हुए किसानों को इस दिशा में रूझान बढ़ाना होगा।

मंत्री डॉ. मिश्रा ने किसानों से कहा कि वह सब्जी की खेती के रूप में ब्रोकली एवं मशरूम की खेती करें। इस खेती से अन्य सब्जियों की अपेक्षा अधिक दाम प्राप्त कर सकते हैं। कृषि वैज्ञानिक इन सब्जियों के उत्पादन के लिए तकनीकी सलाह देकर कृषकों को भी प्रेरित करें।

मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि क्षेत्र के अव्वल कृषि विज्ञान केन्द्र का स्थान बरकरार बनाए रखने के लिए वैज्ञानिक एवं अधिकारी केन्द्र द्वारा किए गए कार्यों को किसानों के बीच में प्रचार-प्रसार भी करें।इससे किसान लाभ लेकर अधिक उत्पादन कर सकेंगे।

इस अवसर पर जनप्रतिनिधि, कृषि वैज्ञानिक, किसान व गणमान्यजन उपस्थित थे।

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