मंत्री डॉ. मिश्रा और श्री राजपूत महाकवि विद्यापति स्मृति प्रसंग में हुए शामिल

मध्यप्रदेश

मेधावी छात्र और समाज सेवियों को किया सम्मानित  

गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा और राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने तुलसी मानस भवन में आयोजित 'महाकवि विद्यापति स्मृति प्रसंग' कार्यक्रम में मेधावी छात्र और समाज सेवियों को सम्मानित किया। मंत्रीद्वय ने माँ सरस्वती को पुष्प अर्पित कर पूजा-अर्चना की और मिथिला भाषा में लिखी पत्रिका 'सुगबी' का विमोचन किया। कार्यक्रम में मेधावी छात्रों और कोरोना काल में मानव सेवा करने वाले हमीदिया अस्पताल के डॉ. लोकेंद्र दवे, एम्स हॉस्पिटल के डॉ. नीरेंद्र राय, बंसल हॉस्पिटल के डॉ. प्रवीण झा, समाजसेवी श्रीमती नीतू चौधरी, पत्रकार श्री राजेश गाबा, श्री राजेश सक्सेना, श्री सुधीर दंडोतिया और कार्यकर्ता डॉ. अनिल झा, उमाकांत राय और अखिलेश सिंह को स्मृति-चिन्ह और श्रीफल से सम्मानित किया गया।  

मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि यह भारत की संस्कृति है, जहाँ मातृशक्ति की पूजा होती है। माँ महात्मा और परमात्मा होती है। ईश्वर हर जगह नहीं पहुँच सकते, इसलिए उन्होंने माँ बनाई है। आज माँ की आराधना का दिन है। मुझे माँ की आराधना में शामिल होने का अवसर मिला, यह मेरा सौभाग्य है।

मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि राजा जनक की नगरी मिथिला को मैं प्रणाम करता हूँ। साक्षात माँ सरस्वती इस समाज में विराजमान है। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में आकर मैं अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ। कार्यक्रम में सम्मानित हुईं सभी प्रतिभाओं को उन्होंने शुभकामनाएँ दीं।

उल्लेखनीय है कि संस्कृति विभाग और भोजपुरी साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद द्वारा महाकवि विद्यापति की स्मृति में प्रतिवर्ष 'महाकवि विद्यापति स्मृति प्रसंग' का आयोजन किया जाता है। महाकवि विद्यापति मैथिली भाषा के सर्वोपरि कवि के रूप में जाने जाते हैं। कार्यक्रम के दौरान महाकवि विद्यापति की शिवभक्ति का चित्रण करते हुए नृत्य नाटिका 'उगना रे मोर कतय गेला' प्रदर्शन किया गया। कलाकार श्री पंकज सिनेही और साथियों द्वारा महाकवि विद्यापति की रचनाओं का गायन और लोक नृत्य नाटिका 'जट जट्टीन' की प्रस्तुति दी गई। 

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