कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के चलते अब किसान बधुआ मजदूर बनकर रह जाएगा : कमलनाथ

मध्यप्रदेश

मध्यप्रदेश में रीवा के एनसीसी ग्राउंड पर बीते शनिवार को कांग्रेस के सोभागीय कार्यकर्ता सम्मेलन में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पहुंचे। यहाँ आकर उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अपने निशाने पर लिया। दरअसल इस दौरान उन्होंने कृषि कानूनों के बहाने केंद्र सरकार को भी अपने निशाने पर लिया। सबसे पहले कमलनाथ ने कानूनों की सरल व्याख्या बताई और उसके बाद इसके दोषों को गिनाया। जी दरअसल इस दौरान उन्होंने अपनी सरकार के 11 महीनों का हिसाब भी दिया। उन्होने सबसे पहले तो वहां मौजूद कार्यकर्ताओं से इसका मतलब पूछा।

उसके बाद उन्होंने खुद ही इसको सरल भाषा में समझाया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा, 'समर्थन मूल्य को चौपट कर दिया गया है और कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के चलते अब किसान बधुआ मजदूर बनकर रह जाएगा।' इसके अलावा उन्होंने यह भी दावा किया कि 'नए कानूनों से मंडियों की जगह उद्योगपति ले लेंगे, जो केवल अपना फायदा देखेंगे।' आगे कमलनाथ ने यह भी कहा कि, 'दिल्ली की सीमा पर चल रहे आंदोलन में 210 किसानों की मौत के बाद भी केंद्र सरकार कानूनों को लागू करने पर अड़ी हुई है।'

इसके अलावा कमलनाथ ने कहा, 'मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने भाषणों में बड़े-बड़े दावे करते हैं, लेकिन लोग उनके आंकड़ों के खेल को अब समझ चुके हैं। उनकी सरकार सौदेबाजी की शिकार हो गई। इसके बावजूद उन्होंने विधवा पेंशन, किसान कर्ज माफी सहित अन्य कई योजनाओं का लाभ हितग्राहियों को पहुंचाया। वह चाहते तो सौदेबाजी भी कर सकते थे, परंतु उन्हें ऐसा करना पसंद नहीं था।'

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