आजम खान को ‘लोकतंत्र सेनानी’ के रूप में मिल रही थी पेंशन, योगी सरकार ने कराई बंद

उत्तर प्रदेश

‘भू-माफिया’ घोषित किए जा चुके उत्तर प्रदेश की रामपुर लोकसभा सीट से सांसद और समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता आजम खान को ‘लोकतंत्र सेनानी’ के रूप में प्रति माह पेंशन मिल रही थी, जिस पर अब योगी सरकार ने रोक लगा दी है। बता दें कि आजम खान और उनके ट्रस्ट के नाम पर करोड़ों की प्रॉपर्टी और कई अवैध निर्माण व कब्जाई गई जमीनें हैं। उन पर कई आपराधिक केस चल रहे हैं। ‘लोकतंत्र सेनानी पेंशन’ के रूप में वो प्रतिमाह 20,000 रुपए अलग से उठा रहे थे, जिसे रोक दिया गया है।

बता दें कि इंदिरा गाँधी की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार द्वारा 1975 में लगाई गई इमरजेंसी के दौरान जेल जाने वाले नेताओं को ‘लोकतंत्र सेनानी’ का दर्जा देकर उन्‍हें मासिक पेंशन दिए जाने का प्रावधान किया गया था, जिसका आजम खान को भी लाभ मिल रहा था। 2005 में उत्तर प्रदेश की सरकार ने उन्हें ‘लोकतंत्र सेनानी’ घोषित करते हुए उनके लिए पेंशन का प्रबंध किया था। उस समय लखनऊ में सपा कि स्थापना करने वाले मुलायम सिंह यादव की सरकार थी।

शुरुआत में इस पेंशन के तहत 500 रुपए हर महीने मिलते थे, किन्तु बाद में इसे बढ़ाकर 20,000 रुपए कर दिया गया। कहा जा रहा है कि कई मुकदमों में उनके आरोपित होने के कारण यूपी सरकार ने उन्हें मिलने वाली पेंशन पर रोक लगाई है। आपातकाल के समय में आजम खान अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में छात्र संघ से जुड़े हुए थे और उन्हें जेल में डाल दिया गया था। उन्होंने तत्कालीन कांग्रेस सरकार का विरोध किया था।

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