आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश : प्रदेश की 20 ग्रामीण सड़कों को मुख्य जिला सड़कों में सम्मिलित किया गया

मध्यप्रदेश

मध्य प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव का कहना है कि, 'स्थानीय जन-प्रतिनिधियों और निवासियों की मांग पर प्रदेश की 20 ग्रामीण सड़कों को मुख्य जिला सड़कों में सम्मिलित किया गया है।' उन्होंने बताया है कि इन सड़कों के निर्माण और रख-रखाव की जिम्मेदारी अब लोक निर्माण विभाग उठाएगा। जी दरअसल हाल ही में उन्होंने कहा है कि, 'आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के मुख्य बिंदुओं के तहत प्रदेश की सुदृढ़ अधोसंरचना विकास राज्य शासन की प्राथमिकता है।' मिली जानकारी के मुताबिक लोक निर्माण विभाग द्वारा स्थानीय जन-प्रतिनिधियों की मांग पर ग्वालियर संभाग की छह ग्रामीण सड़कों, मुरैना संभाग में श्योपुर जिले की तीन सड़कों, उज्जैन संभाग की सात सड़कों, भोपाल संभाग में बैतूल जिले की दो सड़कों तथा होशंगाबाद और बालाघाट जिले की एक-एक ग्रामीण सड़क अब मुख्य जिला सड़कों में बदल दी जाएगी।
इसी के साथ गोपाल भार्गव ने यह भी बताया है कि, 'मुख्य जिला सड़क के रूप में उन्नयन हो जाने से इन सड़कों का बेहतर रख-रखाव लोक निर्माण विभाग द्वारा होगा।' उनके अनुसार इन सभी के निर्माण और रख-रखाव के लिए सीआरआईएफ से भी आर्थिक मदद मिल सकती है जो बहुत आसनी से होगा। खबरों के अनुसार ग्वालियर परिक्षेत्र के अंतर्गत डाडाखिरक से तिघरा मार्ग, गुप्तेश्वर मंदिर गोलपहाडिय़ा से मोती झील मार्ग, जोरासी-आतरी-ऐराया-कछौआ-बडकीसराय-छिमक मार्ग, खुरेरी- बिजोली- गुन्धारा-जिगनिया-गुहीसर मार्ग, सिमरिया टेकरी से हरिपुर तिराहा मार्ग, मकोड़ा से टेकनपुर।
वहीं श्योपुर जिले के दातरदा से जैनी मार्ग, बाजरली-मकड़ावदा, कालापट्टा, बड़ोदा मसावनी से पहेला मार्ग को जिला मुख्य मार्ग में बदल दिया गया है। ठीक ऐसे ही होशंगाबाद परिक्षेत्र में बेराखेड़ी घुघवासा से बोरतलाई मार्ग, जबलपुर परिक्षेत्र के बालाघाट जिला अंतर्गत डोगरमाली से धोटी, झारडा से गोगोपुर व्हाया काचरिया सगवाली तरनौद कानाखेडी एकलासपुर मार्ग को बदला गया है। उज्जैन परिक्षेत्र के अंतर्गत तथा भोपाल परिक्षेत्र अंतर्गत बैतूल जिले में भी कई मार्गों को जिला मुख्य मार्ग घोषित किया गया है।

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