अयोध्या मामला : 3 गुंबद वाली इमारत में मस्ज़िद जैसी चीजें मौजूद नहीं..

देश

अयोध्या मामले को लेकर सर्वोच्च न्यायालय की संविधान पीठ में आज 15वें की सुनवाई होगी। बुधवार को 14वें दिन की सुनवाई में राम जन्मभूमि पुनरुद्धार समिति ने अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि विवादित इमारत बनवाने वाला कौन था, इस पर संशय है। मीर बाकी नाम का कोई बाबर का सेनापति ही नहीं था ही। 3 गुंबद वाली वो इमारत मस्ज़िद नहीं थी। मस्ज़िद में जिस तरह की चीज़ें आवश्यक होती हैं, वो उसमें मौजूद नहीं थी।

राम जन्मभूमि पुनरोद्धार समिति की ओर से पेश वकील पीएन मिश्रा ने अपनी दलीलें रखते हुए तीन किताबों का उल्लेख करते हुए कहा था कि आईने अकबरी, हुमायूंनामा में बाबर द्वारा बाबरी मस्जिद का निर्माण किए जाने की बात नहीं है। तुर्क-ए-जहांगीरी किताब में भी बाबरी मस्जिद के बारे में कोई उल्लेख नही हैं। बाबर केवल इस बात से वाकिफ़ था कि ज़मीन वक़्फ़ की है। पीएन मिश्रा ने कहा कि निकोलो मनूची ने एक पुस्तक लिखी थी जो इटालियन था और औरंगज़ेब का कमांडर था।

सर्वोच्च न्यायालय ने पूछा कि औरंगज़ेब का कमांडर इटालियन था? इस पर जवाब देते हुए पीएन मिश्रा ने कहा कि-हां औरंगज़ेब का कमांडर इटालियन था। इससे पहले मंगलवार को 13वें दिन की सुनवाई में निर्मोही अखाड़ा की दलीलें पूरी हो जाने के बाद रामजन्मभूमि पुनरुद्धार समिति की तरफ से पीएन मिश्रा ने दलीलें रखी थी।

Back to Top