ऑटो एलपीजी उद्योग ने की कर रियायत की मांग

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ऑटो एलपीजी उदयोग ने सरकार से कोरोना महामारी के कारण हो रहे नुकसान को ध्यान में रखते हुए कर में रियायत की मांग की है। इंडियन ऑटो एलपीजी कोएलिशन (आईएसी) के अनुसार, देशव्यापी लॉकडाउन और व्यापक स्तर पर यातायात प्रतिबंध के कारण तीन पहिया वाहनों, ऑटो एलपीजी सहित अधिकांश वाहनों की बिक्री में भारी गिरावट आई जिससे गैस की मांग प्रभावित हुई है।

इंडियन ऑटो एलपीजी कोएलिशन के महानिदेशक सुयश गुप्ता ने एक बयान में कहा, "वाहनों की मांग में गिरावट के कारण तेल और गैस के क्षेत्र में भारी गिरावट आई है। हालांकि, ऑटो एलपीजी क्षेत्र में सबसे अधिक गिरावट आई है, क्योंकि देश में वर्तमान समय में इस स्वच्छ ईंधन के ज्यादातर उपभोक्ता कॉमर्शियल वाहन और तीन पहिया वाहन हैं, जो सड़क पर नहीं चल रहे हैं। हम विशेष रूप से अनुरोध करते हैं कि वित्त वर्ष 2020-21 के लिए ऑटो एलपीजी ऑपरेटरों और स्टेशन मालिकों पर कॉपोर्रेट टैक्स को घटाकर 15 फीसदी किया जाए और वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान नए खुदरा दुकानों के लिए 6 महीने का कर अवकाश प्रदान किया जाए।"

प्रत्यक्ष कर रियायतों के अलावा, आईएसी ने घरेलू एलपीजी के समान दर पर ऑटो एलपीजी पर 5 फीसदी जीएसटी कर लगाने की तत्काल आवश्यकता पर भी बल दिया। उद्योग का कहना है कि इस कदम से ग्राहकों को कम कीमत पर यात्रा करने में मदद मिलेगी।

विशेष रूप से, देशभर में समग्र एलपीजी की बिक्री का ऑटो एलपीजी में उपयोग का प्रतिशत 2 से भी कम है। उदयोग ने ऑटो एलपीजी कंवर्जन किट पर जीएसटी पूर्ववर्ती 28 फीसदी से घटाकर पांच फीसदी करने की मांग की।

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