कश्मीर दौरे पर बोले राष्ट्रपति- हिंसा कभी कश्मीरियत का हिस्सा नहीं रही

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जम्मू-कश्मीर के दौरे पर पहुंचे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने केंद्र शासित प्रदेश को कश्मीरियत की याद दिलाई। महामहिम ने कहा कि हिंसा कभी भी कश्मीरियत का हिस्सा नहीं रही है, किन्तु दुर्भाग्य से यह दैनिक जीवन की हकीकत बन गई थी। रामनाथ कोविंद ने कहा कि लोकतंत्र में सभी मतभेदों को समाप्त करके पुनर्गठन और नागरिकों की क्षमता का पूरा इस्तेमाल करने की ताकत है।

रामनाथ कोविंद ने कहा कि मुझे खुशी है कि कश्मीर अब खुशी के साथ इस विजन की तरफ आगे बढ़ रहा है। राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि, 'मेरा पूरा यकीन है कि लोकतंत्र में वह ताकत है कि वह सभी मतभेदों को दूर कर सके। नागरिकों की क्षमता का बेहतर उपयोग करने के लिए उन्हें साथ ला सके। कश्मीर पूरी खुशी के साथ इस विजन पर चल रहा है।' चार दिनों के कश्मीर दौरे पर आए रामनाथ कोविंद ने कहा कि हिंसा कभी भी कश्मीरियत का हिस्सा नहीं रही है, मगर यह दुर्भाग्य है कि यह रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन गया था।


उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कश्मीर की शांतिपूर्ण सहअस्तित्व की संस्कृति को खत्म करने की कोशिश की गई थी। जो हिंसा कभी कश्मीरियत का हिस्सा नहीं रही, वह रोजमर्रा की जिंदगी में सामान्य बात हो गई थी। हिंसा कश्मीरी कल्चर को नष्ट कर रही है। यह अस्थायी चीज है, किन्तु एक वायरस की तरह है, जो पूरे शरीर पर ही हमला कर रहा है। उन्होंने कहा कि अब कश्मीर की खोई हुई आभा वापस दिलाने के लिए कोशिशों का आगाज़ हुआ है।

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