अब हाईस्कूल व हायर सेकेण्डरी विद्यालय में मर्ज होंगे 800 विद्यालय

मध्यप्रदेश

मध्यप्रदेश: ग्वालियर में अब सभी विद्यालयों में हाईस्कूल व हायर सेकेण्डरी विद्यालय के प्राचार्य का ही आदेश चलेगा। बता दें कि ग्वालियर जिले के 366 हाईस्कूल व हायर सेकेण्डरी विद्यालयों में लगने वाले 800 विद्यालय अब एक हो गए हैं। इन सभी विद्यालयों को एक परिसर एक शाला के तहत हाईस्कूल व हायर सेकेण्डरी विद्यालय में मर्ज किया जा रहा है। जबकि अभी तक प्राथमिक, माध्यमिक विद्यालयों में हेडमास्टर का कार्य संभालने वाले कर्मचारियों को अब शिक्षक का कार्य करना पड़ेगा।

प्रदेश में शिक्षकों एवं शिक्षा में गुणवत्ता की कमी से जूझ रहे शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की कमी को कुछ हद तक दूर करने एवं शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए "एक परिसर एक शाला" योजना तैयार की थी। इस योजना के तहत एक परिसर में चलने वाले विभिन्न विद्यालयों को हाईस्कूल अथवा हायर सेकेण्डरी विद्यालयों में मर्ज करना था। इस योजना के तहत जिले के 800 विद्यालयों का चयन किया गया था, जो कि 366 परिसरों में संचालित हो रहे थे। जिला शिक्षा अधिकारी ने इन सभी विद्यालयों को मर्ज करने का आदेश जारी कर दिया है।

मर्ज करने से होंगे यह लाभ-

- एक ही परिसर में प्राथमिक, माध्यमिक और हाईस्कूल के अलग-अलग इन्फ्रास्ट्रक्चर होते थे। लेकिन अब यह हाईस्कूल में मर्ज हो जाएंगे, जिससे पूरे परिसर का अब उपयोग किया जा सकेगा।

- अब जरूरत के हिसाब से हाईस्कूल के प्राचार्य प्राथमिक, माध्यमिक व हाईस्कूल के शिक्षकों से कार्य ले सकेंगे।

- प्राथमिक, माध्यमिक और हाईस्कूल के लिए अलग-अलग आने वाला फंड अब एक मुश्त आएगा, जिससे उसका सही उपयोग हो सकेगा।

- छात्र के कमजोर होने पर अभी तक हेडमास्टर दूसरे विद्यालय पर जिम्मेदारी टाल दिया करते थे, लेकिन अब जिम्मेदारी तय होगी।

-हाईस्कूल में बनी कम्प्यूटर लैब का प्राथमिक और माध्यामिक विद्यालय के छात्र उपयोग कर सकेंगे।

 

 

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