शिक्षकों की कमी से जूझ रहे अंतागढ़ के विद्यार्थी, जिम्मेदार अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान

छत्तीसगढ़

अंतागढ़ के एकलव्य विद्यालय में शिक्षकों की कमी से विद्यार्थियों की पढाई प्रभावित हो रही है। अन्दुरुनी इलाकों से पढ़ाई के लिए आये बच्चों का भविष्य अंधकार में है और जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। बता दें कि शिक्षकों की कमी से जूझ रहे अंतागढ़ एकलव्य विद्यालय के छात्र जिला मुख्यालय पहुंचे। जिला कार्यालय पहुंचे सभी छात्रों ने शिक्षक की मांग की है।

शिक्षकों की नियुक्ति का दिया आश्वासन
गौरतलब है कि सहायक आयुक्त ने स्कूली बच्चों को जल्द से जल्द स्कूल में शिक्षकों की नियुक्ति का आश्वासन दिया है। जिसके बाद बच्चे वापस लौट गए हैं। अंतागढ़ क्षेत्र के लामकन्हार स्थित एकलव्य आवासीय विद्यालय शिक्षकों की कमी की समस्या काफी पुरानी है। बताया जा रहा है कि स्कूल प्रारंभ होने के बाद से ही यहां विषय शिक्षकों की कमी रही है। पढ़ाई प्रभावित होने से यहां अध्यरनरत विद्यार्थी अपने भविष्य को लेकर चिंतित है। विद्यालय में शिक्षकों के 46 पद स्वीकृत हैं, लेकिन वर्तमान में केवल 10 शिक्षक पदस्थ हैं और 36 पद रिक्त पड़े हुए है। जिसके चलते स्कूल में अध्ययनरत 396 बच्चों का भविष्य अंधेरे में है।

कोई भी प्राचार्य अंतागढ़ जाने के लिए तैयार नहीं
छात्रों ने सहायक आयुक्त विवेक दलेला को अपनी समस्या से अवगत कराया। जिस पर सहायक आयुक्त ने जल्द से जल्द विद्यालय में शिक्षकों की नियुक्ति का आश्वासन दिया। सहायक आयुक्त आदिवासी विकास शाखा विवेक दलेला ने कहा कि स्कूल में चार अतिथि शिक्षकों की भर्ती जल्द की जाएगी। साथ ही उन्होंने बताया कि अंतागढ़ एकलव्य विद्यालय व्याख्याता को प्रभारी प्रचार्या बनाया गया है। नियमित प्राचार्य भेजने के संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी से चर्चा हुई थी, लेकिन कोई भी प्राचार्य अंतागढ़ जाने के लिए प्राचार्य तैयार नहीं है।

 

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