"बागियों पर फंसा पेंच"

संपादकीय

मंगलवार को विधानसभा के स्पीकर केआर रमेश कुमार ने कर्नाटक में जारी सियासी नाटक के बीच नया पेंच फंसा दिया। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन सरकार के 13 बागी विधायकों में से आठ के इस्तीफे तय प्रारूप में विधिवत पेश नहीं किए गए हैं। इस बीच एक और विधायकों के इस्तीफे से गठबंधन सरकार से नाता तोड़ने वाले विधायकों की कुल संख्या 17 हो गई है। इससे संकट और गहरा गया है। उधर मुंबई से गोवा रवाना हुए बागी विधायकों के सतारा से वापस मुंबई लौटने की खबर है। कर्नाटक को लेकर संसद के दोनों सदनों में भारी हंगामा हुआ। कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी नारे लगाते देखे गए। आइए जानते है पूरी जानकारी विस्तार से...

इस उथल पुथल के बीच अस्तित्व के संकट से जूझ रही 13 माह पुरानी एचडी कुमारस्वामी सरकार का भविष्य बागियों के इस्तीफों पर स्पीकर के फैसले पर टिका है। मंगलवार को एक अन्य विधायक रोशन बेग ने भी इस्तीफा दे दिया। स्पीकर रमेश कुमार ने कहा कि पूर्व में भेजे गए 13 इस्तीफों में से सिर्फ पांच के त्यागपत्र तय प्रारूप में व नियमानुसार हैं। चूंकि आठ अन्य के तय प्रारूप में नहीं हैं, इसलिए उन्हें स्मरण पत्र भेजा गया है कि यदि वे इस्तीफे देना चाहते हैं तो विधिवत दें। रोशन बेग के इस्तीफे को उन्होंने अभी नहीं देखा है। उन्होंने बागी विधायक आनंद सिंह, प्रताप गौड़ा पाटिल व नारायण गौड़ा को 12 जुलाई को दोपहर 3 से 4 बजे के बीच मिलने बुलाया है। इसी दिन विस का सत्र शुरू हो रहा है। विधायकों को उन्होंने दो दिन का वक्त दिया है कि वे 11 जुलाई तक अपना पक्ष पेश करें।

इसके अलावा सोमवार शाम मुंबई से गोवा रवाना हुए जेडीएस व कांग्रेस के 14 बागी विधायक सतारा से वापस मुंबई लौट रहे हैं। पिछले शनिवार को इस्तीफे देने के बाद से वे मुंबई की होटल में डेरा डाले हुए थे। इनमें 10 कांग्रेस के, 2 जेडीएस के व दो निर्दलीय हैं। उनके साथ मुंबई भाजयुमो के अध्यक्ष मोहित भरतिया मौजूद हैं। कांग्रेस ने स्पीकर से मांग की कि वे बागी विधायकों को अयोग्य घोषिषत कर दें। पार्टी ने आरोप लगाया कि भाजपा धनबल का उपयोग कर उसके विधायकों को ललचा रही है। कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने स्पीकर कुमार से मुलाकात की और बागियों को दलबदल कानून के तहत अयोग्य करार देने का आग्रह किया है।

बता दें कि कांग्रेस विधायक दल की मंगलवार को हुई बैठक में 11 बागियों समेत 20 विधायक नहीं पहुंचे। कांग्रेस के राज्य में 78 विधायक हैं। कर्नाटक मामले को लेकर मंगलवार को लोस व रास में कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने भारी हंगामा किया। बार-बार नारेबाजी व वॉक आउट के बीच सदन की कार्यवाही पहले कुछ देर के लिए और आखिरकार पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। लोस में कांग्रेस सदस्यों ने तानाशाही बंद करो, शिकार की राजनीति बंद करो, जैसे नारे लगाए तो उनके नेता राहुल गांधी भी उनका साथ देते नजर आए। वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कर्नाटक संकट को कांग्रेस का आंतरिक मामला बताते हुए कांग्रेस पर संसद की कार्यवाही में खलल डालने का आरोप लगाया।

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