हाईकोर्ट ने मारूति वैन पर लगाया प्रतिबंध, तो वैन चालकों ने कर दी हड़ताल

मध्यप्रदेश

मध्यप्रदेश : ग्वालियर में हाई कोर्ट की सख्ती के बाद आरटीओ ने स्कूली बच्चों को लाने ले जाने का काम कर रही वैन पर प्रतिबंध लगा दिया है,जिसके बाद आक्रोशित 700 से ज्यादा वैन चालकों ने आज से बेमियादी हड़ताल शुरू कर दी हैं। इस हड़ताल में 2000 ऑटो चालक भी इनका साथ देेे रहे हैं जिसके चलते आज हजारों बच्चे स्कूल नहीं पहुंच सके हैं, ऐसे में आज बच्चों के अभिभावकों को काफी परेशानी उठानी पड़ी है।

मारुति वैन स्कूली वाहन की श्रेणी से हटा
दरअसल सुप्रीम कोर्ट की नई गाइडलाइन के अनुसार 2016 के बाद से मारुति वैन स्कूली वाहन की श्रेणी में नहीं आता है जिसके चलते हाई कोर्ट की फटकार के बाद परिवहन विभाग ने मारुति वैन को शनिवार से प्रतिबंधित कर दिया है। जिसके बाद रविवार को वैन चालक और मालिकों ने कलेक्टर से गुहार लगाई थी लेकिन कुछ भी पक्ष में नहीं होने के बाद सोमवार यानी आज से मारुति वैन चालक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। जिसके कारण अभिभावकोंं को परेशानी का सामना करना पड़ा है।

अभिभावकों को नहीं थी कोई जानकारी
अभिभावकों आरोप है कि ना तो उन्हें इस हड़ताल के बारे में स्कूल प्रबंधन से कोई जानकारी दी गई थी और ना ही ऑटो चालक ने पहले से ही इसकी कोई सूचना दी थी। ऐसे में वे खुद बच्चों को छोड़ने स्कूल देरी से पहुंचे हैं ऐसे में इस तरह की हड़ताल से बच्चे समय पर स्कूल नहीं पहुंचेंगे, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित होगी।

कुछ वैन चालक कर रहे हाई कोर्ट के आदेश का सम्मान
वैन चालकों के हड़ताल पर चले जाने के कारण ऑटो चालकों के एक बड़े हिस्से ने उनका समर्थन किया है लेकिन ऑटो चालकों का एक धड़ा ऐसा भी है, जो इस हड़ताल का विरोध कर रहा है ऐसे में उन्होंने विरोध जताते हुए आज समय पर स्कूली बच्चों को स्कूल तक पहुंचाया है और वे हाईकोर्ट के आदेश का सम्मान करते हैं। साथ ही वे बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर नियम में रहकर ही वाहन चलाने के पक्ष में है। हालांकि आज स्कूली बच्चों को छोड़ने के दौरान दूसरे वेन-ऑटो यूनियन के लोगों की ओर से उनकी ऑटो की हवा निकाली गई है और उन्हें इस हड़ताल में शामिल ना होने पर धमकाया गया है।

प्रशासन इस समस्या का निकाले हल
शहर के करीब 700 वैन चालकों के हड़ताल पर जाने और शहर के 80% स्कूली ऑटो चालकों के हड़ताल में समर्थन किए जाने के बाद हजारों स्कूली बच्चों को समय पर स्कूल ले जाने व लाने की परेशानी खड़ी हो गई है। ऐसे में अभिभावकों की मांग है कि प्रशासन को जल्द कोई ना कोई बीच का रास्ता निकाल कर हड़ताल में शामिल ऑटो चालकोंं को इससे दूर रखने का प्रयास करना चाहिए, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित ना हो सके।

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