भिंड में बनीं बाढ़ की स्थिति,चंबल नदी में जलस्तर खतरे के निशान पर

मध्यप्रदेश

राजस्थान के कोटा बैराज से चंबल नदी में पानी छोड़ा गया तो भिंड में बाढ़ के हालात बन गए खासकर भिंड के अटेर विधानसभा क्षेत्र में स्थिति इतनी गंभीर बनी हुई है। यहां कई गांव इस वक्त बाढ़ की चपेट में हैं अटेर तहसील के मुकुट पुरा गांव में चंबल नदी का पानी गांव रास्ते पर आया तो अटेर से लगे कई गांव जिला मुख्यालय से पूरी तरह कट गए हैं। गांव में रहने वाले लोगों के लिए अब खाने-पीने जैसी सुविधाओं की मुसीबत खड़ी हो गई है। यहां तक कि लोग गांव तक पहुंचने और निकलने के लिए भी जान जोखिम में डालते हुए तैर कर बाढ़ का पानी पार कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन ने समय रहते यहां कोई व्यवस्था नहीं कराई वरना ऐसे हालात यहां पैदा ना होते वहीं जिला प्रशासन हालातों पर पूर्ण नियंत्रण की बात कह रहा है

चंबल नदी में जलस्तर खतरे के निशान पर
दरअसल लगातार तेज बारिश के कितने राजस्थान के कोटा बैराज में जलस्तर बढ़ा तो करीब 1लाख 76 हज़ार क्यूसेक पानी चंबल नदी में छोड़ा गया जिसके चलते चंबल नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है हालात ये हैं कि भिंड जिले के अटेर विधानसभा क्षेत्र के कई गांव मैं चंबल नदी के पानी से बाढ़ के हालात बन गए हैं अटेर से लगा मुकुट पुरा गांव इस समय जिला मुख्यालय से पूरी तरह कट गया है यहां रहने वाले लोग जान जोखिम में डालकर बाढ़ का पानी तैर कर पार कर रहे हैं ग्रामीणों का कहना है कि इस समय रहते अगर प्रशासन ने व्यवस्थाएं की होती और लोगों को यहां से पलायन कर आया होता तो शायद स्थिति कुछ और होती अब लोगों के सामने खाने-पीने के सामान की भी मुसीबत खड़ी हो गई है क्योंकि जल्द ही हालात नहीं सुधरे तो मुसीबत और बढ़ेगी इस मामले को लेकर जब अटेर तहसीलदार से बात की गई तो तो उनका कहना था कि हालात पूरी तरह ख्वाबों में है लगातार कलेक्टर एसडीएम और सभी आला अधिकारियों द्वारा क्षेत्र का निरीक्षण किया जा रहा है और हरसंभव मदद के भी प्रयास जारी हैं

प्रशासनिक अमला लगातार दौरे पर
अटेर विधानसभा में पड़ने वाली चंबल नदी के किनारे बसे कई गांव इस समय अलर्ट पर हैं इनमें कठपुरा, खैराहट, नावली वृन्दावन, अटेर, खिजोन-मोदना, जमसारा, चोम्हो, दिनपुरा, मघेरा और कोषण संभावित डूब इलाके हैं जहां लोगो को पलायन और मदद के लिए प्रशासनिक अमला लगातार दौरे कर रहा है।

क्षेत्र का निरीक्षण कर रहे आला अधिकारी
बता दें कि लगातार हो रही बारिश के चलते राजस्थान में कोटा बैराज से चंबल नदी में पानी छोड़ने की सूचना पर 16 अगस्त को अटेर तहसीलदार द्वारा संभावित डूब प्रभावित गांव के लिए नोटिस जारी किया गया था जिसके बाद आज सुबह से ही कलेक्टर समेत तमाम आला अधिकारी क्षेत्र का निरीक्षण कर रहे हैं।

 

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